दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट: पीएम मोदी ने दोषियों को बख्शा नहीं जाने का ऐलान किया
दिल्ली, 15 नवंबर 2025: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोटक कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला दिया। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को ‘साजिश’ करार देते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। एनआईए की जांच में यह आतंकी हमला साबित हो चुका है, और अब तक 17 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ब्लास्ट साइट पर आज सफाई कार्य पूरा होने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है।ब्लास्ट का विवरण: क्या हुआ था?10 नवंबर की शाम करीब 6:50 बजे, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक धीमी गति से चल रही हुंडई i20 कार में जोरदार धमाका हुआ। पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा के अनुसार, कार ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी हुई थी, जब इसमें लदे अमोनियम नाइट्रेट फ्यूल ऑयल (ANFO) और अन्य विस्फोटकों ने विस्फोट कर दिया। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि मुख्य कार पूरी तरह नष्ट हो गई, और आसपास की 12 गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं।सीसीटीवी फुटेज में एक मास्क पहने व्यक्ति को कार ड्राइव करते दिखाया गया है। आग इतनी तेज थी कि आसपास के स्ट्रीट लाइट्स भी फूट गए। दिल्ली फायर सर्विसेज को 6:55 बजे कॉल मिली, और 7 फायर टेंडरों व 15 एम्बुलेंसों को मौके पर भेजा गया। शुरुआती रिपोर्ट्स में 8 मौतें बताई गईं, लेकिन आज आंकड़ा 13 तक पहुंच गया है। घायलों को LNJP और राम मनोहर लोहिया अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है।चश्मदीदों ने बताया कि धमाके के बाद धुंध और काला धुआं छा गया, और लोग चीखते-चिल्लाते भागे। एक पानी बेचने वाले विक्रेता ने कहा, “मैं 10 कदम दूर खड़ा था, जब धमाका हुआ। भाग्य से बच गया।”जांच का अपडेट: आतंकी मॉड्यूल का खुलासाराष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इसे आतंकी घटना घोषित कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने UAPA (अवैध गतिविधि निवारण अधिनियम) और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत FIR दर्ज की। मुख्य आरोपी डॉ. उमर मोहम्मद (पुलवामा, जम्मू-कश्मीर निवासी) को पहचान लिया गया है, जो फरीदाबाद के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था। DNA विश्लेषण से पुष्टि हुई कि कार में वह ही मौजूद था।ब्लास्ट से ठीक पहले 9 नवंबर को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद में एक छापेमारी में 350 किलो विस्फोटक, असॉल्ट राइफलें, पिस्टलें और टाइमिंग डिवाइस बरामद किए थे। इसमें चार डॉक्टर शामिल थे, जिनमें से एक डॉ. शाहीन सईद भी थी। जांचकर्ताओं का मानना है कि उमर इसी मॉड्यूल से जुड़ा था, और ब्लास्ट छापेमारी के बाद भागते हुए ‘पैनिक रिएक्शन’ में हो गया।आज नई सीसीटीवी फुटेज जारी हुई, जिसमें ब्लास्ट से ठीक पहले संदिग्ध कार की मूवमेंट दिखाई दे रही है। इसके अलावा, कानपुर से 9 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “17 लोगों को ब्लास्ट की तारीफ करने पर गिरफ्तार किया गया। हम पूरे इकोसिस्टम को नेस्तनाबूद करेंगे।” 14 नवंबर को पुलवामा के क्विल गांव में उमर के घर को सेना ने ध्वस्त कर दिया।हालांकि, ब्लास्ट के सबूतों की जांच के दौरान श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में आज एक और हादसा हो गया, जहां फरीदाबाद से जब्त विस्फोटकों के धमाके से 9 पुलिसकर्मी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट मारे गए, 32 घायल हुए। इससे जांच प्रभावित हुई है।पीएम मोदी और नेताओं की प्रतिक्रियाएंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे के दौरान गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और कहा, “दिल्ली ब्लास्ट की साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा। जांच एजेंसियां मामले की गहराई तक जाएंगी।” उन्होंने घायलों से LNJP अस्पताल में मुलाकात की और ट्वीट किया, “पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।” अमित शाह ने NSA अजित डोभाल के साथ बैठक की, जहां आतंकी मॉड्यूल पर फोकस किया गया।कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “सरकार से 18 घंटे बाद भी स्पष्टता नहीं मिली। लोगों में डर है।” राहुल गांधी ने ‘गहन जांच’ की मांग की। चीनी दूतावास ने शोक व्यक्त किया, जबकि कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने संवेदना जताई। यूरोपीय संघ के राजदूत हर्वे डेल्फिन ने कहा, “पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना।”सुरक्षा उपाय और प्रभावब्लास्ट के बाद दिल्ली-NCR में हाई अलर्ट है। लाल किला मेट्रो स्टेशन 12 नवंबर तक बंद रहा, और CISF ने मेट्रो, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों पर सतर्कता बरती। पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में रेड अलर्ट जारी किया गया। फायर सर्विसेज को 5 फॉल्स अलार्म कॉल्स मिले, जो जनिक चिंता को दर्शाते हैं।सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई ने पूरे न्यायिक समुदाय की ओर से शोक व्यक्त किया। यह घटना अप्रैल के एक हमले के बाद भारत का पहला बड़ा आतंकी हादसा है, जहां 20 हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पाकिस्तान-प्रायोजित तत्वों से जुड़ा हो सकता है, जो भारत-चीन संबंधों को प्रभावित कर सकता है।आगे की राह: न्याय और सुरक्षाएनआईए जांच जारी है, और पूरे देश में आतंकी मॉड्यूल पर नजर रखी जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि ‘एंटी-नेशनल फोर्सेस’ को नेस्तनाबूद किया जाएगा। पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा और तेज चिकित्सा सहायता का ऐलान किया गया है। यह घटना न केवल दिल्ली, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। पूर्ण अपडेट के लिए आधिकारिक स्रोतों का सहारा लें।

