झारखंड के कुलान आदिवासी समाज में महिलाओं को है विशेष अधिकार, खुद चुनती हैं वर और संपत्ति में मिलता है 50% हिस्सा
झारखंड के कुलान आदिवासी समाज की परंपराएं आज के आधुनिक समाज के लिए एक मिसाल पेश करती हैं। यहां महिलाओं को न केवल अपना जीवनसाथी चुनने की पूरी आज़ादी है, बल्कि उन्हें संपत्ति में भी 50 प्रतिशत तक का अधिकार दिया जाता है।
न्यूज़-18 से बातचीत में कुलान आदिवासी समाज के बुद्धिजीवी बुधन सिंह पुर्ति ने बताया कि उनके समाज में लव मैरिज को प्राथमिकता दी जाती है। अगर कोई महिला किसी पुरुष के घर जाकर यह कह दे कि वह उसकी पत्नी है और वहीं रहना चाहती है, तो समाज के नियमों के अनुसार उसे उस घर से निकाला नहीं जा सकता।
उन्होंने बताया कि अगर पुरुष इस रिश्ते को स्वीकार करने से इनकार करता है, तो ऐसी स्थिति में महिला को घर और संपत्ति में 50% हिस्सा देने का प्रावधान है। यह नियम महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
महिलाओं को मिलता है सामाजिक सुरक्षा और सम्मान
कुलान आदिवासी समाज में महिलाओं को केवल पारिवारिक नहीं बल्कि सामाजिक स्तर पर भी मजबूत अधिकार प्राप्त हैं। यहां शादी को केवल रस्म नहीं बल्कि आपसी सहमति और सम्मान का रिश्ता माना जाता है।
समाज के नियम यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी भी महिला के साथ अन्याय न हो और उसे अपने जीवन के फैसले लेने का पूरा हक मिले। यही वजह है कि इस समाज में महिलाओं की स्थिति अपेक्षाकृत मजबूत मानी जाती है।
आधुनिक समाज के लिए उदाहरण
विशेषज्ञों का मानना है कि कुलान आदिवासी समाज की यह परंपरा महिला सशक्तिकरण का बेहतरीन उदाहरण है। जहां आज भी देश के कई हिस्सों में महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ता है, वहीं झारखंड का यह आदिवासी समाज पहले से ही बराबरी और सम्मान की सोच को अपनाए हुए है।

